Delhi دہلی

एमईपी की राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. नोहेरा शेख ने दुख व्यक्त किया

बाबा सिद्दीकी की हत्या के बारे में देश को सोचना चाहिए: मुतीउर्र हमान अज़ीज़

नई दिल्ली (प्रेस विज्ञप्ति) आल इंडिया महिला एम्पावरमेंट पार्टी की अखिल भारतीय अध्यक्ष डॉ. नौहेरा शेख ने प्रसिद्ध एवं सम्मानित नेता एवं सामाजिक कार्यकर्ता दिवंगत बाबा सिद्दीकी की नृशंस हत्या पर गहरा दुख एवं दुख व्यक्त किया है। डॉ नोहेरा शेख ने कहा कि बाबा सिद्दीकी की हत्या सरकारी कुप्रबंधन का जीता जागता उदाहरण है. बाबा सिद्दीकी की सरेआम हत्या यह विश्वास दिलाती है कि जब बड़े-बड़े और सम्मानित नेताओं की दिनदहाड़े हत्या कर दी जाती है तो देश में आम लोगों की सुरक्षा का क्या हाल होगा। डॉ. नोहेरा शेख ने कहा कि बाबा सिद्दीकी जैसे महान नेता के निधन से हमें बहुत दुख हुआ है. बाबा सिद्दीकी की हत्या से उनके चाहने वालों को काफी दुख और चोट पहुंची है. बाबा सिद्दीकी के सान्निध्य से असहाय एवं अल्पसंख्यक वर्ग को साहस एवं अन्वेषण का जुनून मिला। लेकिन अब जब बाबा सिद्दीकी हमारे बीच नहीं रहे तो लाखों लोग खुद को अनाथ और असहाय महसूस कर रहे हैं. दुनिया में बाबा सिद्दीकी जैसे कद्दावर नेता और साहसी लोग पैदा हुए हैं। हम प्रार्थना करते हैं कि अल्लाह सर्वशक्तिमान बाबा सिद्दीकी को देश के लिए पुरस्कृत करें, और अल्लाह उनकी गलतियों को माफ कर दे और उन्हें स्वर्ग में सबसे ऊंचे स्थान पर जगह दे।
आल इंडिया महिला एम्पावरमेंट पार्टी के अल्पसंख्यक वर्ग के अखिल भारतीय अध्यक्ष मतीउर्र हमान अजीज ने श्री बाबा सिद्दीकी की हत्या पर कहा कि उनकी हत्या से देश बहुत कुछ सोचने पर मजबूर है. भारत में अल्पसंख्यक नेतृत्व और सत्ता को तोड़ने और कमजोर करने की यह साजिश न केवल घृणित है बल्कि कायरतापूर्ण भी है। अल्पसंख्यक समुदाय को इस मामले पर मजबूती से बैठना चाहिए ताकि ऐसी घटनाओं को रोका जा सके. लेकिन यह बात असंभव लगती है, दुश्मन अल्पसंख्यकों की गर्दन पर छुरी चला रहा है और महान विभूतियों को धूल में मिला रहा है. किसी को जिंदा दफनाया जा रहा है, किसी को मौत के घाट उतार दिया जा रहा है और अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों को उत्पीड़न और निराशा की स्थिति में रखने की साजिश खुलेआम की जा रही है. और ये साजिश एक दशक से सामने आ रही है. राष्ट्र के विद्रोही व्यक्तित्वों को इस बात पर नजर रखनी होगी कि अल्पसंख्यकों के दुश्मनों ने इन मजबूत स्तंभों में से प्रत्येक को कमजोर करने की साजिश रची है, जिस स्रोत पर कब्जा कर लिया गया है और उसे जीवित रहते हुए मौत के अंधेरे में ढक दिया गया है। और बड़े ही क्रूर और कायरतापूर्ण तरीके से सामूहिक हत्या के मामलों को कभी गुंडागर्दी में बदल दिया जाता है, तो कभी इन्हें अपराधियों के शौक से जोड़ दिया जाता है. जबकि हकीकत इसके उलट है, उम्मीद है कि देश-दुनिया इस मामले पर कड़ी नजर रखेगी और लोगों को सच्चाई से रूबरू कराएगी.
मुतीउर्र हमान अजीज ने अपने बयान में आगे कहा कि अल्पसंख्यक समुदाय का जो व्यक्ति लोगों के बीच मजबूत और लोकप्रिय माना जाता है, उसके खिलाफ साजिश का जाल बिछाया जा रहा है. यदि हम परिदृश्य पर गहराई से नजर डालें तो पाएंगे कि अल्पसंख्यक समुदाय के सबसे मजबूत सदस्यों को तीन तरीकों से मजबूर किया जा रहा है और उनकी हत्या की जा रही है। नंबर एक। जो लोग जीविकोपार्जन करते हैं और अपने समुदाय को शक्ति प्रदान करते हैं, उन्हें बेबुनियाद आरोपों के आधार पर कानूनी उलझनों और षडयंत्रों में घसीटा जा रहा है, जो जीवित लोगों को असहाय और लाशों के समान मजबूर करने की पहली साजिश है। जिससे व्यक्ति जीवित तो है पर मौत की तरह खामोश और लाश की तरह मजबूर और लाचार है, लेकिन नतीजा यह होता है कि इसकी छाया में पनपने वाले लोग अपंग और बेबस और मजबूर हो जाते हैं। ऐसे में डॉ. अयूब पीस पार्टी ऑफ इंडिया, डॉ. नोहेरा शेख ऑल इंडिया महिला एम्पावरमेंट पार्टी, डॉ. कफील बाल रोग विशेषज्ञ, आजम खान और रिजवान जहीर के मामलों को देखकर लोग समझ सकते हैं कि सम्मानित और उदार लोगों से कल्याण कैसे प्राप्त किया जा सकता है जनता को बेचैन करने के लिए कानूनी उलझनों में उलझा दिया गया है।
दूसरे, देखा जाए तो अल्पसंख्यकों के सामने गद्दारों को कर्मठ बनाया जा रहा है और उनकी कल्याण शृंखला और काफिले को रोका जा रहा है. जिससे प्रतिनिधि नेता के सरकार व सत्ता से बाहर होने पर बिना किसी झिझक के लोकप्रिय नेता के नेतृत्व में समृद्ध हुई जनता का पैर कमजोर हो जायेगा. देश के कोने-कोने में ऐसे उदाहरण हैं कि दूर-दराज के इलाकों से गद्दारों को बुलाकर साजिशकर्ताओं द्वारा अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों पर अत्याचार किया जा रहा है. परिणाम स्वरूप लोकप्रिय एवं शक्तिशाली नेता की पराजय होती है तथा जो कल्याण, राजनीतिक एवं सामाजिक कार्य किये जा रहे थे वे रुक जाते हैं तथा अल्पसंख्यक समुदाय असहाय होने को विवश हो जाता है। तीसरे स्थान पर, जिन नेताओं को कोई गद्दार या षडयंत्रकारी कमजोर नहीं कर सका, उनकी हत्या की जा रही है, क्योंकि उनका कद इतना ऊंचा और विशाल था कि कोई भी गद्दार या षडयंत्रकारी उनके सामने टिक नहीं सकता था, इसलिए मामले बाबा सिद्दीकी, अतीक अहमद और उनके भाई अशफाक अहमद, मुख्तार अंसारी और शहाबुद्दीन आदि की साजिश देश और देश की बागी जनता को बहुत कुछ सोचने पर मजबूर करती है, क्योंकि अल्पसंख्यक वर्ग को कमजोर करने की साजिश बहुत गहरी हो चुकी है.

Related posts

اردو یونیورسٹی اور ریختہ کے اشتراک سے بیت بازی کا انعقاد

Paigam Madre Watan

دہلی حکومت کے وزیر راج کمار آنند نے آج کوویڈ واریر آنجہانی انیل کمار گرگ کے اہل خانہ کو 1 کروڑ روپے کا اعزازی چیک سونپا

Paigam Madre Watan

Establishment of Heera Group Members Supporters Association (H.G.M.S.A)

Paigam Madre Watan

Leave a Comment

türkiye nin en iyi reklam ajansları türkiye nin en iyi ajansları istanbul un en iyi reklam ajansları türkiye nin en ünlü reklam ajansları türkiyenin en büyük reklam ajansları istanbul daki reklam ajansları türkiye nin en büyük reklam ajansları türkiye reklam ajansları en büyük ajanslar