नेतृत्व की आड़ में हैदराबाद से देशद्रोह का अभियान चलाया जाता है
गुंडागर्दी की राजनीति को खत्म करने के लिए एमईपी अखिल भारतीय अध्यक्ष का फैसला
नई दिल्ली (रिलीज़/मुतीउर्रहमान अजीज) ऑल इंडिया महिला एम्पावरमेंट पार्टी की अखिल भारतीय अध्यक्ष और मशहूर सामाजिक कार्यकर्ता डॉ. नौहेरा शेख ने एक वीडियो जारी कर भारतीय राजनीति में हलचल मचा दी है। जिसमें उन्होंने दावा किया है कि चार मीनार हैदराबाद सांसद सीट से असद औवेसी के खिलाफ चुनाव लड़ने के लिए आगे आ आ रही हूँ. डॉ. नौहेरा शेख ने आगे कहा कि मैं यह प्रतियोगिता जीतूंगी क्योंकि मेरे जीतने का रिकॉर्ड नया नहीं, बहुत पुराना है. असद ओवेसी हमेशा मेरे खिलाफ सक्रिय रहे और मैंने हमेशा अपने साहस और बहादुरी से उन्हें हराया।’ 2012 से पहले असद औवेसी ने मेरे साथ हर तरह से गलत किया. मुझे और मेरे द्वारा स्थापित सामाजिक कार्यों को तोड़ने और नष्ट करने का प्रयास किया गया। 2012 में सरकारी ताकत का इस्तेमाल कर दर्ज कराई गई एफआईआर पर ओवेसी साहब हार गए और उन्हें मेरे हाथों से हार कहानी पड़ी। 2018 में मैं औवेसी के बिछाए साजिश जाल में फंस गई थी. लेकिन एक जगह से जमानत मिल गयी और दूसरी जगह से मुझे जेल में डाल दिया गया. पूरे देश में ओवेसी की ताकत के कारण मुझ पर अत्याचार हुआ। मैंने जेल में निचली अदालत से लेकर हाई कोर्ट और सुप्रीम कोर्ट तक का सफर तय किया और आखिरकार सुप्रीम कोर्ट ने मुझे पीड़ित के तौर पर स्थायी जमानत दे दी। लेकिन दुर्भाग्य की बात यह है कि 25 लाख लोगों की रोजी-रोटी मुहैया कराने का मेरा प्रयास आज भी ओवैसी के चंगुल से आजाद नहीं हो सका है. ऑल इंडिया महिला एम्पावरमेंट पार्टी की अखिल भारतीय अध्यक्ष डॉ. नौहेरा शेख ने कहा कि देश का हर नागरिक जानता है कि हैदराबाद की धरती से मुसलमानों का नाम लेकर देश से गद्दारी करने वाला शख्स देशवासियों में नफरत फैलाने का काम कर रहा है। हैदराबाद के नेताओं ने आज तक काम के नाम पर कुछ नहीं किया. लेकिन देशभर में जहां भी मुस्लिम नेतृत्व मजबूत है, वहां औवेसी हर उस मुकाम पर पहुंच गए जहां डेमोक्रेट्स के वोट निर्णायक होते हैं. अपनी जन्मभूमि में सिर्फ पांच सीटों पर चुनाव लड़कर कोई अपना रुतबा बचा लेता है. लेकिन वह देश के दूर-दराज के राज्यों में 100 और 50-50 सीटों पर गैर-धर्मनिरपेक्ष नेताओं को मजबूत करने का ठेका लेता है और नफरत भरे भाषण देकर धर्मनिरपेक्ष भाइयों के लोकतंत्र को कमजोर करता है। हाल ही में उत्तर प्रदेश का चुनाव हुआ वहां जो आशावादी लोग लोकतंत्र के अग्रदूत हुआ करते थे, उन्हें लगभग सौ सीटें हार गईं, और हिंसक पार्टियां महज दो या तीन सौ वोटों से जीत गईं, जिसे असद ओवेसी ने अपनी पार्टी के लिए हासिल कर लिया। जहां से वह सांसद हैं, वहां तो लोग कभी खुश नहीं रहे, लेकिन उन्होंने दूरदराज के इलाकों में नफरत भरी बातें कर पूरे देश की आबोहवा को प्रदूषित कर दिया। ऑल इंडिया महिला एम्पावरमेंट पार्टी की अखिल भारतीय अध्यक्ष डॉ. नौहेरा शेख ने हैदराबाद के लोगों से अपील करते हुए कहा कि मुझे उम्मीद है कि जिस शहर को वर्षों से ठगों ने चलाया है, उस शहर को आजादी और टूटी सड़कों से मुक्ति दिलाने के लिए आगे आएंगे। हैदराबाद को उत्पीड़ित लोगों और अनाथों की भूमि पर कब्ज़ा करने की उच्च राजनीति से मुक्त करना होगा। हैदराबाद की धरती को पिछड़ा और गंदा शहर बनाने में इसी एक शख्स का हाथ है, अगर शहर का विकास हो जाएगा तो वह यहां के लोगों से झूठी सहानुभूति कैसे हासिल करेगा। अगर हम पुराने शहर हैदराबाद की बात करें तो पता चलेगा कि पूरे शहर में मेट्रो का जाल फैला हुआ था, लेकिन गुंडागर्दी के आरोप में मेट्रो लाइन को पुराने शहर में आने से रोक दिया गया था। इसके पीछे मकसद यह था कि अगर यहां मेट्रो आएगी तो यहां जमीन और घर की कीमत बढ़ जाएगी। हैदराबाद का पुराना शहर भी विकसित स्थानों में से एक बन जाएगा। और अगर पुराने शहर हैदराबाद का विकास होगा तो ये गंदे नेता कैसे सपने दिखाएंगे. इसलिए अब समय आ गया है कि हैदराबाद की राजनीति और गुंडागर्दी के सामंतवाद को खत्म किया जाए और हैदराबाद के पुराने शहर को समृद्ध बनाया जाए, और लोग देश भर में फैल रहे नफरत के माहौल को रोकने में हमारी मदद करें ताकि हमारा देश फिर से शांति का उद्गम स्थल बन सके और आगे बढ़ सके ।