उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कहा कि खिलाड़ी अपनी मेहनत एवं पुरूषार्थ से पहचान बनाता है। वह अपने खेल से समाज, जनपद और प्रदेश की भी पहचान बनाता है। उसकी पहचान उसकी लगातार प्रैक्टिस पर निर्भर करती है। टीम भावना और परिश्रम से किए गए कार्य का परिणाम हमेशा अच्छा आता है। उन्होंने कहा कि हर जीत हमें आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करती है। हर हार भी अपनी कमियों को परिमार्जित करने के लिए नई प्रेरणा प्रदान करती है। मुख्यमंत्री जी आज जनपद गोरखपुर में ब्रह्मलीन परम पूज्य महंत अवेद्यनाथ जी महाराज पंचम अखिल भारतीय प्राइजमनी पुरुष कबड्डी प्रतियोगिता-2023 का समापन तथा उत्तर प्रदेश ग्रामीण खेल-लीग (यू0पी0आर0एस0एल0) का शुभारम्भ करने के बाद अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। इस अवसर पर उन्होंने कबड्डी प्रतियोगिता की फाइनल स्पर्धा का अवलोकन किया और विजेताओं को पुरस्कार भी वितरित किए। मुख्यमंत्री जी ने कहा कि कबड्डी आज भारत की पहचान है। प्रदेश के अनेक कबड्डी खिलाड़ियों ने अपने खेल सामर्थ्य से देश व प्रदेश का नाम रोशन किया है। आज यहां आयोजित कबड्डी प्रतिस्पर्धा में जिस टीम के पास टीम वर्क, प्रैक्टिस व योजना थी, वह लगातार प्वाइंट प्राप्त कर रही थी। आज यहां जो फाइनल हुआ, उसमें प्रतिभाग करने वाले खिलाड़ी व इस प्रतियोगिता के अन्य टीम के खिलाड़ी धन्यवाद के पात्र है। मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के प्रयासों से देश में विगत 09 वर्षो में खेल गतिविधियों में तीव्र वृद्धि हुई है। इसके लिए अनेक प्रयास किये गये हैं, जिसके परिणाम हम सबके सामने हैं। इन प्रयासों से प्रदेश भी लगातार लाभान्वित हो रहा है। ओलम्पिक, कॉमनवेल्थ, एशियाई खेल में प्रतिभागी खिलाड़ियों एवं प्राप्त मेडल की संख्या से इसका अंदाजा लगाया जा सकता है। अपने परिश्रम तथा सरकार के प्रोत्साहन से खिलाड़ी लगातार अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं। इन प्रयासों के परिणाम एशियन गेम्स में देखने को मिले, जहां भारत ने पहली बार 100 से अधिक पदक प्राप्त किये। पिछले एशियन गेम्स में पदकों की संख्या 70 थी। इन खेलों में प्रदेश के खिलाड़ियों ने अपनी संख्या से भी ज्यादा पदक प्राप्त किए। मुख्यमंत्री जी ने कहा कि आज शुभारम्भ हुई उत्तर प्रदेश ग्रामीण खेल-लीग का आयोजन प्रदेश के सभी 826 विकासखण्डो में विकास खण्ड स्तरीय, सभी जनपदों में जनपद स्तरीय, सभी जोन में जोन स्तरीय प्रतियोगिता के माध्यम से किया जायेगा। यह एथलेटिक्स, कबड्डी, वॉलीबॉल, फुटबॉल, भारोत्तोलन, जूडो आदि खेल प्रतिस्पर्धाओं के माध्यम से युवाओं को एक मंच प्रदान करेगा, जो उन्हें आगे बढ़ाने का काम करेगा। मुख्यमंत्री जी ने खेल विभाग से अपेक्षा की कि इस वर्ष कबड्डी प्रतियोगिता के विजेताओं को जो पुरस्कार राशि प्राप्त हुई है, अगली बार से यह पुरस्कार राशि दोगनी कर दी जाये। इसमें खेल और खिलाड़ियों को और भी प्रोत्साहन प्राप्त होगा। इस प्रकार के कार्यक्रम तेजी से आगे बढ़ाने के लिए आज उत्तर प्रदेश ग्रामीण खेल-लीग प्रतियोगिकता का शुभारम्भ किया गया है। इस प्रतियोगिता को 03 श्रेणियों में संचालित किया जायेगा। इसकी पुरस्कार राशि भी अच्छी होगी। इससे प्रदेश में अच्छे खिलाड़ियों को प्रोत्साहन प्राप्त होगा। यह किसी भी प्रतियोगिता में अपनी पूरी सामर्थ्य के साथ प्रतिभाग कर सकता है।मुख्यमंत्री जी ने कहा कि भारत सरकार खेलों को प्रोत्साहित करने के लिए लगातार योगदान दे रही है। प्रदेश सरकार भी अपने स्तर पर विभिन्न प्रयास कर रही है। विगत कुछ वर्षों में समाज और सरकार के प्रोत्साहन से खेल के प्रति जागरूकता पैदा हुई है। इसने खिलाड़ियों की रूचि को भी जागृत किया। आज इन सबके परिणाम भी हमारे सामने हैं। मुख्यमंत्री जी ने कहा कि शासन का प्रयास है कि हर जनपद में एक स्टेडियम हो। ग्रामीण क्षेत्र में हर विकास खण्ड में एक मिनी स्टेडियम तथा हर गांव में एक खेल के मैदान के कार्य को आगे बढ़ाया जा रहा है। हर ग्राम पंचायत को भी निर्देशित किया गया है कि गांव में महिलाओं एवं पुरुषों के लिए ओपन जिम की व्यवस्था अपनी निधि से करें। खेलो इंडिया एवं सांसद खेलकूद प्रतियोगिताओं के आयोजन के साथ-साथ जनपद स्तर पर भी खेलो इण्डिया स्पोर्ट्स सेंटर बनाये गये हैं। इन सभी प्रयासों से खेल गतिविधियों को आगे बढ़ाया जा रहा है। इसके अच्छे परिणाम आ रहे हैं। मुख्यमंत्री जी ने कहा कि आज प्रदेश में खेल अवस्थापना सुविधाओं में काफी वृद्धि हुई है। वर्तमान में प्रदेश में दो अन्तरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम हैं। वाराणसी में बी0सी0सी0आई0 द्वारा एक अन्तरराष्ट्रीय स्टेडियम का निर्माण कार्य युद्ध स्तर पर किया जा रहा है। प्रदेश में 15 सिंथेटिक हॉकी स्टेडियम, 83 स्टेडियम, 03 सिन्थेटिक रनिंग ट्रैक, 67 बहुउद्देशीय हॉल, 06 शूटिंग रेंज, 02 जूडो हॉल, 11 कुश्ती हॉल, 42 अत्याधुनिक जिम उपकरण, 16 छात्रावास भवन आदि उपलब्ध हैं। इन अवस्थापना द्वारा खेल गतिविधियों को आगे बढ़ाने का प्रयास लगातार चल रहा है। मेरठ में मेजर ध्यानचन्द स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी का निर्माण कार्य भी तीव्र गति से चल रहा है। प्रदेश के खिलाड़ियों को प्रशिक्षण के लिए अच्छे कोच भी रखे गये हैं। खिलाड़ियों को प्रोत्साहन के लिए अन्तरराष्ट्रीय प्रतियोगिता में मेडल प्राप्त करने वाले खिलाड़ियों को राजपत्रित पदों पर नियुक्ति की कार्यवाही को भी आगे बढ़ाया जा रहा है। लगभग 500 ऐसे खिलाड़ियों, जिन्होंने विभिन्न प्रतियोगिताओं में देश व प्रदेश के लिए मेडल प्राप्त किया है, उन्हें नियुक्ति प्रदान करने वाला उत्तर प्रदेश देश का पहला राज्य है।
खेल एवं युवा कल्याण राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री गिरीश चन्द्र यादव ने कहा कि मुख्यमंत्री जी के नेतृत्व में आज प्रदेश हर क्षेत्र में विकास की ऊंचाइयों को छू रहा है और खेल के क्षेत्र में ऐतिहासिक कार्य कर रहा है। उन्होंने कहा कि कबड्डी प्रतियोगिता में 12 टीमों ने प्रतिभाग किया। इस प्रकार की प्रतियोगिता से प्रदेश के युवाओं को अपनी प्रतिभा निखारने का अवसर मिलता है। मुख्यमंत्री जी के नेतृत्व में खेल नीति-2023 बनी है, जिसके द्वारा खिलाड़ियों को उच्चस्तरीय सुविधा, जनपद स्तर पर स्टेडियम, ब्लॉक स्तर पर मिनी स्टेडियम तथा ग्राम पंचायत स्तर पर खेल के मैदान बनाये जाएंगे। यह कार्य त्वरित गति से प्रारम्भ हो गया है। प्रदेश सरकार की स्पष्ट मंशा है कि प्रदेश के सभी प्रतिभावान खिलाड़ियों को सभी सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएगी, ताकि उसे अपनी प्रतिभा निखारने में कोई कठिनाई न हो। इस अवसर पर सांसद श्री रवि किशन शुक्ल सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण, सचिव खेल एवं युवा कल्याण श्री सुहास एल0वाई0, निदेशक खेल डॉ0 आर0पी0 सिंह तथा शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
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